सपनों का संसार -30-Aug-2023
आसमान में खो जाऊं सपनों के संसार में खो जाऊं। तारों की राहों में बदलूं ख्वाबों की महक में बदलूं।
बादलों की छायाओं में बसूं खुद को खो कर आसमान में लूं। उड़ने की आज़ादी पाऊं सपनों के राजा बन कर चलूं।
हर रंग और खुशी को चूमूं खुद को सपनों में गुमा कर देखूं। जीवन की हर धड़कन को महसूस करूं सपनों के मगर से गुजर कर चलूं।
सपनों का संसार मेरी दुनिया है जहां मैं खुद को पाने को तरसता हूँ। उड़ान भरने की ख्वाहिश में बस जाता हूँ सपनों के परिंदे से जुदा हो जाता हूँ।
अभयकुमार धकाते